Tuesday 8 March 2011

18/2/2011...............एक प्रार्थना पत्र

सेवामें
श्रीमान अध्यक्ष महोदया
राजस्व मंडल अजमेर
विषय :--न्यायालय के आदेशों की पालना के क्रम में की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी हेतु
मान्यवर महोदया
      निवेदन है कि प्रार्थी ने १६ दिसम्बर २०१० को एक प्रार्थना पत्र पेश किया था उसके बाद इस क्रममें जितने भी पत्र धारा २२१ RTA में पेश किये और उन प्रार्थना पत्रों क़ी जो दुर्दशा हुई वह अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना बन गई !
न्यायलय अवमानना प्रकरण में दुनियां के सभी देशों में प्राथमिकता से सुने जाते है उन पर तुरन्त कार्यवाही भी होती है ..............
परन्तु प्रार्थी का राजस्व मंडल में न्याय मांगना एक अपराध बन कर रह गया आपसे अब कोई आशा नहीं रही बात ये नहीं है ,विशेष बताई कि मेरी तरह अन्य कोई प्रार्थी इस प्रकार न भटके इसलिए ये प्रार्थना पत्र पेश कर रहा हूँ !
          अतः प्रार्थनापत्र पेश कर निवेदन है कि आप द्वारा कृपापूर्ण किये गये प्रयासों और प्रार्थी से प्रार्थनापत्रों में की गई भूलों ,अब तक की गई सभी कार्यवाही की जानकारी यथा शीघ्र करवाने का कष्ट करें !
आपकी अतिकृपा होगी !
18 /2 /2010
प्रार्थी
द.
राजेंद्र कुमार पारीक
२७७७ बगुरुवालों का रास्ता जयपुर
मोबाईल ९३१४६२४५४४
adv.pareek@gmail.com

3 comments:

  1. 15/3/2011 RAA jaipur


    पुरे दिन :--- ११ बजे से १ बजे तक तो साहब चेम्बर से बाहर ही नहीं आये
    एक घंटें लोगों की बहस सुनने के बाद लगभग ३०० से ४.३० तक फिर लोगों की
    बहस सुनीं परन्तु प्रार्थी की फाइल नजरअंदाज कर दी गयी l
    १६/३/२०११ की तारिख देने से मना किया १७/३/२०११ को कोई शायद ही कोर्ट में कोई कार्यवाही हो ?

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  2. १५/३/२०११ उपखंड अधिकारी जमवारामगढ़
    आज दिनांक १५/३/२०११ को शाम ५.३० जमवारामगढ़
    फोन किया हास्यास्प्रद जवाब ही मिला ?

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  3. १८/३/२०११ राजस्व अपील प्राधिकारी जयपुर
    १६ /३/२०११ को यह कह कर तारीख नहीं दी थी कि फाइलें ज्यादा है जबकि श्रीमान १बजे सचिवालय चले गए
    १७/३/२०११ को कन्डोलेंस होने से कोई काम नहीं हुआ श्रीमान नें राजस्व मंडल के पत्रों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया
    जो स्पष्ट करता है कि राजस्व मंडल ने प्रार्थी को उलझाएँ रखने के लिए ही इसप्रकार एक के वाद एक पत्र जारी कियें
    १८/३/२०११ सुबह से शाम ६.१५ बजें कोई जवाब नहीं न तो तारीख दी पहले के तामिल नोटिसों के बारे में कोई जवाब नहीं शायद जारी ही नहीं हुए यदि हुए होते तो कार्यवाही आगे बढ़ाई जाती .......??
    पेश किये गए प्रार्थनापत्र के सुरक्षित होने की कोई गारंटी नहीं

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